हो गयी शाम किसीके इंतज़ार में

हो गयी शाम किसीके इंतज़ार में,
ढल गयी रात उसीके इंतज़ार में,
फिर हुआ सवेरा उसके इंतज़ार में,
इंतज़ार ही मुकद्दर बन गयी इंतज़ार में !

Post a Comment

 
Top