Mujhse nafrat tabhi karna jab
Mujhse nafrat tabhi karna jab

मुझसे ‘नफरत’ तभी करना 
जब आप मेरे बारे मे 
‘सबकुछ’ जानते हो
तब नहीं जब किसी से ‘कुछ’ सुना हो ।

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