मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नही, वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नही, ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो, सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही!
छूह लो तुम यूं ज़रा सा,, कि मैं मर भी जाऊं तो मुझसे तेरी खुशबू आये…! .
तुम्हारे प्यार का रोग नहीं जाता कसम ले लो, गले में डाल कर मैंने सैकड़ों ताबीज़ देखे हैं।
आँखों के रास्ते मेरे दिल में उतर गये, बंदा-नवाज़ आप तो हद से गुज़र गये।
नाराज मत हुआ करो कुछ अच्छा नहीं लगता है, तेरे हसीन चेहरे पर यह गुस्सा नहीं सजता है, हो जाती है कभी कभी गलती माफ कर दिया करो, चाहने वालों से बेदर्दी यह नुस्खा नहीं जचता है..
इश्क मुहब्बत तो सब करते हैं! गम-ऐ-जुदाई से सब डरते हैं हम तो न इश्क करते हैं न मुहब्बत! हम तो बस आपकी एक मुस्कुराहट पाने के लिए तरसते हैं!
जान मुझे तुमपर धोनी सा शक होने लगा है.. कही तुम भी बिन बताए मुझे छोड़ ; मेरे दोस्त के हाथ नही आ जाओगी ना..
यूँ हर पल हमें सताया न कीजिये, यूँ हमारे दिल को तड़पाया न कीजिये, क्या पता कल हम हों न हों इस जहॉ में, यूँ नजरें हमसे आप चुराया न कीजिये ।
उँगलियाँ मेरी वफ़ा पर न उठाना लोगो, जिसको शक हो वो मुझसे निबाह कर देखे।
चलो उसका नही तो खुदा का एहसान लेते हैं, वो मिन्नत से ना माना तो मन्नत से मांग लेते हैं।
वह शमा जो काम आये अंजुमन के लिए, वह जज़्बा जो क़ुर्बान हो जाये वतन के लिए, रखते है हम वह हौसलें भी, जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए.
पलकों को कभी हमने भिगोए ही नहीं, वो सोचते हैं की हम कभी रोये ही नहीं, वो पूछते हैं कि ख्वाबो में किसे देखते हो, और हम हैं की उनकी यादो में सोए ही नहीं!
जिनकी झलक मे करार बहुत है.. उसका मिलना दुशवार बहुत है.. जो मेरे हांथों की लकीरों मे नहीं.. उस से हमें प्यार बहुत है.
तुम्हारे साथ आजकल यूँ हर जगह रहता हूँ मैं, हद से ज्यादा सोचूं तुम्हें बस यहीं सोचता हूँ मैं।
नाराज़ ना होना कभी बस यहीं एक गुज़ारिश है, महकी हुई इन साँसों की साँसों से सिफ़ारिश है।
पता नहीं हमारे दरमियान यह कौन सा रिश्ता है, लगता है कि सालों पुराना अधूरा कोई किस्सा है।
सौ जान से हो जाऊँगा राज़ी मैं सज़ा पर, पहले वो मुझे अपना गुनहगार तो कर ले।
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