अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती,
तो खुदा ने मोहब्बत बनाई ना होती,
लोग मरने की आरज़ू ना करते,
अगर मोहब्बत में बेवाफ़ाई ना होती!
खूबसूरत सा एक पल किस्सा बन जाता है,
जाने कब कौन ज़िंदगी का हिस्सा बन जाता है,
कुछ लोग ज़िंदगी में मिलते हैं ऐसे,
जिनसे कभी ना टूटने वाला रिश्ता बन जाता है..
तेरी जबान एक झूठ रोज बोलती है,
मेरी ऑखे एक सच हमैशा पढ लेती है,
कितनी अजीब बात है छोटी सी बात पे,
डरने वाली मेरी मोहब्बत जग से लड़ लेती है..
मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नही,
वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नही,
ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो,
सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही!
आपने नज़र से नज़र कब मिला दी,
हमारी ज़िन्दगी झूमकर मुस्कुरा दी,
जुबां से तो हम कुछ भी न कह सके,
पर निगाहों ने दिल की कहानी सुना दी..
प्यार कोई बारिश नही जो बरसे और थम जाये,
प्यार कोई सूरज नही जो निकले और डूब जाये,
प्यार तो हवा है जो चले तो ज़िंदगी और
ना चले तो मौत बन जाये।
आँखों में रहा दिल में उतरकर नहीं देखा,
कश्ती के मुसाफ़िर ने समन्दर नहीं देखा,
पत्थर कहता है मुझे मेरा चाहनेवाला,
मैं मोम हूँ उसने मुझे छूकर नहीं देखा!
जब खामोश आँखो से बात होती है,
ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
तुम्हारे ही ख़यालो में खोए रहते हैं,
पता नही कब दिन और कब रात होती है..
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा,
राते कटती है लेकर नाम तेरा,
मुद्दत से बैठा हूँ पाल के ये आस,
कभी तो आएगा कोई पैग़ाम तेरा !!
सिर्फ इशारों में होती महोब्बत अगर,
इन अलफाजों को खुबसूरती कौन देता,
बस पत्थर बन के रह जाता ‘ताज महल’
अगर इश्क इसे अपनी पहचान ना देता..
फिर न सिमटेगी ये मोहब्बत जो बिखर जायेगी,
ज़िन्दगी ज़ुल्फ़ नहीं जो खुल के संवर जायेगी,
थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे,
ज़िंदगी फिर न मिलेगी जो गुज़र जायेगी..
माना के किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही,
पर ये सच ह के मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही,
उस के दिल मे, उसकी यादो मे कोई और है लेकिन,
मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नही..
तमाम उम्र ज़िंदगी से दूर रहे;
तेरी ख़ुशी के लिए तुझसे दूर रहे;
अब इस से बढ़कर वफ़ा की सज़ा क्या होगी;
कि तेरे होकर भी तुझसे दूर रहे।
सूख गए फूल पर बहार वही है,
दूर रहते हो पर प्यार वही है,
जानते है हम मिल नही पा रहे है आपसे,
मगर इन आँखों मे मोहब्बत का इंतज़ार वही हैं।
प्यार करो दुख मत देना,
किसी को आँसुअों का तोहफा मत देना,
दिल से कोसे जिंदगी भर कोई तुम्हे,
ऐसा मौका किसी को मत देना..
प्यार को पंछी समझ के प्यार करो;
और उस पंछी को पिंजरे से आज़ाद कर के देखो;
अगर लौट के आए तो अपना है;
अगर ना आए तो सोचना कभी अपना था ही नही..
इत्तेफ़ाक़ से यह हादसा हुआ है
चाहत से मेरा वास्ता हुआ है
दूर रह कर बड़ा बेताब था दिल
पास आ कर भी हाल बुरा हुआ है
अंधेरों में भी रौशनी सी मुस्कान तेरे,
तेरे इस मुस्कान को निहार लेने दे,
मुझे तू, हक़ीक़त में अपना ना सही,
पर ख्वाबों में तो अपना कह लेने दे..
एक तो तुम हसीन इतने हो,
उस पर अलफ़ाज़ भी रखते हो,
तुम ही कहो कोई क्यों ना दिल हारे,
दिलकश शायराना अंदाज़ भी रखते हो।
गम ने हसने न दिया, ज़माने ने रोने न दिया!
इस उलझन ने चैन से जीने न दिया!
थक के जब सितारों से पनाह ली!
नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया!
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