इस दिल को किसी की आस रहती है,
निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है,
तेरे बिना किसी चीज़ की कमी तो नही,
पर तेरे बेगैर जिन्दगी बड़ी उदास रहती है..
मंजिलें तो हासिल कर ही लेगे,
कभी किसी रोज,
ठोकरें कोई जहर तो नहीं ,
जो खाकर मर जायेगें.
किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता,
डरिये वक़्त की मार से,
बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..
जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा…
जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा…
बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता, यारों…
जो जलेगा उसी दिये में तो, उजाला होगा…।
हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली
कुछ यादें मेरे संग पांव पांव चली
सफ़र जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ
वो जिंदगी ही क्या जो छाँव-छाँव चली।।
मुस्कारने के मकसद न ढूँढ,
वर्ना जिन्दगी यूँ ही कट जाएगी,
कभी बेवजह भी मुस्कुरा के देख,
तेरे साथ साथ जिन्दगी भी मुस्कुरायेगी।
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