ज़िंदगी कि असली उड़ान बाकी है – Hausla Himmat Dene Wali Shayari
ज़िंदगी कि असली उड़ान बाकी है – Hausla Himmat Dene Wali Shayari



ज़िंदगी कि असली उड़ान बाकी है
ज़िंदगी के कई इम्तेहान अभी बाकी है
अभी तो नापी है मुट्ठी भर ज़मीन हमने
अभी तो सारा आसमान बाकी है

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