फुर्सत में कभी .....
तुझपे....।
एक कलाम लिखेंगे.....
कभी आना .....
मेरे शहर.....
तुम पे शाम लिखेंगे......
तुझपे....।
एक कलाम लिखेंगे.....
कभी आना .....
मेरे शहर.....
तुम पे शाम लिखेंगे......
🌿🌿खुशिंयाँ मागी थी उस खुद़ा सेअपने लिये औरदेखो न ‘ मुझे तुम मिल गये 🌿🌿Read more »
इतनी मोहोब्बत बिखेर दूँगी अपने लफ़्ज़ों से...!की एक ना एक दिन तू भी कहेगा,की इतनी मोहोब्बत कोई कैसे&...Read more »
मेरी आँखों के जादु से अभी तुम कहा वाकिफ हो , हम उसे भीजीना सिखा देते हे जिसे मरने का शौक हो ❤Read more »
सुन पगले स्टाईल तो में सिर्फ शोक के लिए करती हूँ ...Read more »
पढ़ रही हूँ मै इश्क़ की किताब ऐ दोस्तों,ग़र बन गयी वकील तो बेवफाओं की खैर नही.Read more »
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