तेरी दोस्ती ने बहुत कुछ सीखा दिया,
मेरी खामोश दुनिया को जैसे हँसा दिया,
कर्ज़दार हूँ मैं खुदा का,
जिस ने मुझे आप जैसे दोस्त से मिला दिया |
जीने की नयी अदा दी है,
खुश रहने की उसने दुआ दी है,
ऐ खुदा मेरे दोस्तों को सालामत रखना,
जिसने अपने दिल में मुझे जगह दी है |
दोस्ती से बड़ी कोई जागीर नहीं होती,
इससे अच्छी कोई तस्वीर नहीं होती,
एक प्यार का नाज़ुक सा धागा है दोस्ती,
फिर भी इससे पक्की कोई ज़ंजीर नहीं होती |
Post a Comment