Guzar Jate Hai Khubsurat Lamhe Yun hi Musafir Ki Tarh A+ A- Print Email गुज़र जाते हैं .....खूबसूरत लम्हें ....यूं ही मुसाफिरों की तरह....यादें वहीं खडी रह जाती हैं .....रूके रास्तों की तरह....
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