पलकों में आँसू और दिल में दर्द सोया है,
हँसने वालो को क्या पता रोने वाला किस कदर रोया है,
ये तो बस वोही जान सकता है, मेरी तन्हाई का आलम,
जिसने ज़िंदगी में, किसी को पाने से पहले खोया हो..
टूटे हुए प्याले में जाम नहीं आता,
इश्क़ में मरीज को आराम नहीं आता,
ये बेवफा दिल तोड़ने से पहले ये सोच तो लिया होता,
की टुटा हुआ दिल किसी के काम नहीं आता !!
ठोकर ना लगा मुझे पत्थर नही हूँ मैं,
हैरत से ना देख कोई मंज़र नही हूँ मैं,
उनकी नज़र में मेरी कदर कुछ भी नही,
मगर उनसे पूछो जिन्हें हासिल नही हूँ मैं|
और कोई गम नहीं एक तेरी जुदाई के सिवा,
मेरे हिस्से में क्या आया तन्हाई के सिवा,
यूँ तो मिलन की रातें मिली बेशुमार,
प्यार में सब कुछ मिला शहनाई के सिवा.
प्यार करके कोई जताए ये जरूरी तो नही,
याद करके कोई बताये ये जरूरी तो नही,
रोने वाला तो दिल में ही रो लेता है,
आँख में आंसू आये ये जरूरी तो नही.
कभी कभी मेरी आँखे यूँ ही रो पडती है,
मै इनको कैसे समझाऊँ,
कि कोई शक्स सिर्फ चाहने से ही अपना नही हो जाता,
किस्मत की लकीरें भी चाहिए.
हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर,
तुझपर ज़रा भी ज़ोर होता मेरा,
ना रोते हम यूँ तेरे लिये..
अगर हमारी ज़िन्दगी में तेरे सिवा कोई ओर होता..
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